वायरल सच: क्या मोदी सरकार दे रही है 2 लाख रूपये तक का इलाज़ मुफ्त?



प्रधानमंत्री मोदी की सरकार एक बार फिर अपनी अनूठी योजना को लेकर चर्चा में है. इस योजना का नाम है ‘अमृतम’. पीएम नरेंद्र मोदी की इस ड्रीम योजना में ये दावा किया जा रहा है कि हर व्यक्ति का 2 लाख रुपए तक का इलाज राहत फंड से होगा और आजीवन दवाओं का खर्च भी सरकार उठाएगी.
दावे के मुताबिक कई बड़े अस्पतालों में इसके लिए अलग से काउंटर बनाए गए हैं. इतना ही नहीं अगर किसी 12 साल से कम उम्र के बच्चे को कोई तकलीफ है जैसे दिल में छेद, कटे होंठ या भैंगापन है तो उसका ऑपरेशन भी बिल्कुल मुफ्त में किया जाएगा.
हालांकि जब एबीपी न्यू़ज़ ने इस दावे की जमीनी हकीकत पता करनी चाही तो कुछ और ही सच सामने आया. देश की राजधानी दिल्ली के दो बड़े अस्पताल ‘जीबी पंत’ और ‘लोक नायक’ अस्पताल प्रशासन को केन्द्र सरकार की ऐसी किसी योजना की कोई खबर नहीं थी. आगे की खोजबीन में पता चला कि ये योजना गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए नरेंद्र मोदी ने शुरू की थी जो सिर्फ गुजरात में ही है. ‘अना’ नाम से गुजरात में योजना जरूर चल रही है लेकिन डायबिटीज और ब्लडप्रेशर के मरीजों को मुफ्त में दवा मुहैया कराने वाली योजना अलग है जिसका अमृतम योजना से कोई लेना-देना नहीं है. ठीक इसी तरह 12 साल के कम उम्र के बच्चों का इलाज भी स्कूल स्वास्थ्य योजना के तहत निशुल्क किया जाता है.

साफ है कि केंद्र सरकार की ऐसी कोई योजना नहीं है. ऐसी योजना सिर्फ गुजरात में है लेकिन एक राज्य की तीन अलग-अलग योजनाओं को आपस में जोड़कर ऐसा दिखाया जा रहा कि मानों पूरे देश में गरीबों के मुफ्त इलाज की योजना चलाई जा रही हो जो कि सच नहीं है. फिर ऐसा क्यों हो रहा है? क्या ये झूठी लोकप्रियता हासिल करने के लिए है? देश में खराब स्वास्थ्य व्यवस्था के नाम पर ऐसे दावों से जनता और केन्द्र सरकार दोनों को सावधान रहने की जरूरत है. एबीपी न्यूज की पड़ताल में वायरल हो रहा ये दावा आधा सच साबित हुआ है.