मुंबई : एआईएमआईएम के नेता असादुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि वह 'भारत माता की जय' नहीं बोलेंगे। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान के विरोध में ओवैसी ने यह बात कही है। भागवत ने पिछले दिनों सुझाव दिया कि नई पीढ़ी को भारत माता की जय बोलना सीखाना होगा।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक महाराष्ट्र के लातूर जिले के उदगीर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा, 'मैं वह जयकारा नहीं लगाता। भागवत साहब, आप क्या करने जा रहे हैं। आप यदि मेरी गर्दन पर छूरी रख दें तो भी मैं यह नारा नहीं लगाऊंगा।'
ओवैसी ने सभा में मौजूद लोगों से कहा, 'मैं भारत में रहूंगा पर भारत माता की जय नहीं बोलूंगा। क्योंकि यह हमारे संविधान में कहीं नहीं लिखा है कि भारत माता की जय बोलना जरूरी है।'
मोहन भागवत ने जेएनयू और देश विरोधी नारेबाजी के मामले पर बोलते हुए पिछले दिनों कहा कि अब युवाओं को भारत माता की जय कहने के लिए भी बताना पड़ता है। उन्होंने कहा, 'अब ऐसा समय आ गया है जब हमें नई पीढ़ी को भारत माता की जय बोलने के लिए कहना पड़ता है। यह दुर्भाग्य की बात है कि हमें उन्हें राष्ट्रवाद सिखाना पड़ रहा है। जब ऐसे लोग हैं जो आप से कहते हैं कि भारत माता की जय मत कहो।'
नागपुर में आरएसएस मुख्यालय पर आयोजित कार्यक्रम में भागवत ने कहा कि भारत समर्थन के नारे न लगाने वाले लोगों की संख्या ज्यादा है। उनका इशारा देश विरोधी नारे लगाने वाले छात्रों का समर्थन कर रहे बुद्धिजीवी वर्ग की ओर था। उनसे पहले आरएसएस महासचिव दत्तात्रेय होसबोले ने आरोप लगाया कि जेएनयू विवाद षड़यंत्र का नतीजा था।